एक बेटे 🧒 ने अपने पिता 🧑🎓 से पूछा कि, जीत कैसे मिलता है? पिता ने उसे अपने घर के आंगन में लेकर गया। वहां एक टोकरी 🗑️ उल्टा करके रखा हुआ था। पिता ने उस टोकरी को खोला। तुरंत उसमें से कई मुर्गियां 🐔 इधर – उधर दौड़ने लगी। पिता ने बेटे से उन्हें पकड़कर लाने को कहा। बेटे ने भी उन मुर्गियों के पीछे दौड़ दौड़कर पकड़ने की कोशिश की। लेकिन विफल हो गया।
बेटे ने थककर 😵💫, अपने असफलता ☹️ पर निराश होकर, पिता के पास आया। पिता ने उससे अब उन मुर्गियों में से लाल रंग के मुर्गी 🐓 को पकड़कर लाने को कहा। बेटे ने सिर्फ लाल रंग के मुर्गी 🐓 को पकड़ने की कोशिश की और उसे पकड़ लिया।
पिता ने उसे समझाया कि यही है, जीत का राज़। बेटे को अपने पिता के बात समझ में नहीं आया । तभी पिता ने उसे समझाया कि ” जब हम एकाग्रता के साथ सिर्फ एक ही विषय पर अपना मन लगाकर काम करते हैं, तो जरूर हमें जीत मिलता है। जैसे कि तुम ने एक ही मुर्गी 🐓 पर केंद्रित करके उसे पकड़ा, वैसे ही हम अपने जीवन लक्ष्य पर मन को केंद्रित करके काम करेंगे तो जीत अवश्य मिलता है “।
❤❤❤❤❤❤ Beautiful😍😍 . Love it, akka
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Absolutely right 👍
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Bahut sundor.
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